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Thursday 15 March 2018

डीएलएड के पिछले सत्र में लगभग19 हजार से अधिक सीटें खाली, नियामक प्राधिकारी सचिव आज जारी करेंगी प्रवेश का विज्ञापन

प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष डीएलएड कालेजों का सत्र नियमित करने के लिए 26 का सत्र शून्य घोषित करके आवेदकों को में प्रवेश दिया था। सूबे में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानि डायट के अलावा करीब 18 निजी कालेज हैं। इनमें दो लाख 900 से अधिक सीटें रही हैं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने पिछले सत्र ही कालेजों का आवंटन ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत किया था। दावेदारों की संख्या अधिक होने के बाद भी तृतीय चरण तक महज एक लाख 97 हजार 620 अभ्यर्थियों का ही कालेजों में आवंटन हो सका था। 4380 सीटों पर दावेदार ही नहीं मिले। वहीं, 186 कालेज ऐसे थे, जो अभ्यर्थी आने की राह देखते रह गए।

आवंटित अभ्यर्थियों ने भी कालेजों से मुंह फेर लिया, इसीलिए खाली सीटों की संख्या बढ़कर 19 हजार को पार कर गई थी। जिन जिलों के कालेजों की सीटें खाली रही उनमें आजमगढ़, बागपत, गाजीपुर, मेरठ, मुजफ्फर नगर, सहारनपुर व शामली आदि शामिल हैं। इस बार शासन ने फिर एनसीटीई से मान्यता लेने वाले कालेजों से संबद्धता देने के लिए आवेदन मांगे हैं। ऐसे में सीटों की संख्या और बढ़ना तय है। इस बार
सत्र जुलाई से शुरू करने की तैयारी है। सत्र नियमित हो जाएगा लेकिन, सीटें भरना संभव नहीं है।

भर्तियां न होने से घट रहा रुझान : बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में इधर एक वर्ष से भर्तियां न होने से भी युवाओं का रुझान डीएलएड से घट रहा है। पहले से चल रही भर्तियों पर रोक लगी है और सहायक अध्यापक भर्ती टीईटी परिणाम में गड़बड़ी से रुक गई है।